कैथल, 9 जुलाई (कृष्ण गर्ग)
कैथल उपायुक्त के आदेशों के बाद भी हरसोला गांव के बच्चे अपने घरों में कैद हो कर रह गये है और खुले में आजादी से खेलने से तरस गये है। इतना ही नही ग्रामीणों को स्कूल में बच्चों को भेजने के लिये अपने सारे कार्य छोड़ कर अपने आप खुद जाना पड़ रहा है। ग्रामीण तरसेम, इन्द्र, रमेश, जय कुमार आदि ने बताया की लगभग दो माह पहले कक्षा छटी के छात्र सागर को गांव में आवारा कुत्तों ने पकड़ कर बुरी तरह से काट लिया था, जिससे उसकी तुरन्त मृत्यु हो गई थी। उन्होंने बताया की गांव में ये आवारा कुत्ते झुंडों में घूमते रहते है, जो गांव के पालतू पशुओं आदि को अपना ग्रास बनाते है। गांव के बलबदर मन्दिर तालाब पर इन्होंने अपनी गहरी सुरंगें बनाई हुई है। सुरंगों के चारो तरफ पहाड़ी कीकर उगी हुई है। जिस कारण से ये कुत्ते लोगों को दिखाई नही देते और अचानक हमला कर देते है। दो माह पहले भी जब सागर अपने घर से खेलने के लिये बाहर निकला था तो ये कुत्तों ने पकड़ लिया और खींच कर अपनी कीकर वाली सुरंगों में ले गये थे। ये छोटे पालतू पशुओं को भी इन सुरंगों में ले जाकर खाते है। जिस कारण से छोटे बच्चों का घर से निकलना मुश्किल हो गया और कैदी की तरह घरों में रह रहे है। बच्चे अपने दोस्तों के साथ खुले में नही खेल सकते। ग्रामीणों ने बताया की सागर की मौत के बाद वे कैथल में उपायुक्त डा0 प्रियंका सोनी से मिले थे और कीकर को उखाड़ कर सुरंगों को समाप्त करने, आवारा कुत्तों को पकड़ कर दूर जंगलों में छोडऩे तथा बाकी के ग्रामीण कुत्तों की संख्या बढऩे से रोकने के लिये नसबंदी की मांग की थी। उपायुक्त ने तुरन्त आदेश दिये थे, परन्तु उसके बाद अब दो माह बाद भी कोई गांव में नही पहुंचा।
ग्राम पंचायत गई थी उपायुक्त के पास, परन्तु नही हुई कार्रवाई- सरपंच
इस बारे में सरपंच नरेश कुमार ने बताया की ग्रामीण पशुओं और अपने बच्चों को इन कुत्तों से बचाने के लिये उपायुक्त से फरियाद लगाई थी, परन्तु अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई।
आज दुबारा करती हूं आदेश, ग्रामीणों की समस्या होगी हल- डी सी
इस बारे में उपायुक्त कैथल डा0 प्रियंका सोनी ने बताया की वह आज फिर इस बारे में आदेश जारी कर रही है। ग्रामीणों की समस्या जल्दी ही हल हो जायेगी।
फोटो सहित- पहाड़ी कीकर के बीच कुत्तों द्वारा बनाई गई सुरंगें, जिनमें ले जाते है अपने शिकार को पकड़ कर।