कैथल, 14 सितम्बर(कृष्ण गर्ग)
शुक्रवार को किसानों द्वारा मंडी में लाई हुई धान की खरीद नही हुई, जिससे गुस्सायें किसानों ने मार्केट कमेटी में प्रदर्शन किया और कमेटी सचिव के सामने अपनी समस्यायें रखी। सचिव ने किसानों को जल्दी
ही उनकी फसल की बोली करवाने का आसवासन दिया। उल्लेखनियां है कि राइस मिल मालिकों व आढ़तियों के आपसी झगड़े में किसानों को पिसना पड़ रहा है। मंडी के आढ़तियों ने कुछ दिनों पूर्व एक बैठक कर फैसला लिया था कि वे मंडी क्षेत्र में प्रदूषण के कारण किसानों की धान को फराटे पंखों से सफाई नही करेंगे। जिस पर किसानों की फसल खरीद करते करते इस निर्णय के बाद राइस मिल मालिक हड़ताल पर चले गये। हड़ताल पर जाने के बाद जब किसानों की मंडी में आई धान की फसल की बिक्री बुधवार को नही हुई तो विरवार को मंडी के आढ़तियों की बैठक हुई, जिसमें किसानों की समस्याओं को देखते हुये फसल की सफाई पहले की तरह फराटें पखों से करने का निर्णय लिया। इस फैसले को राइस मिल मालिकों के पास पहुंचाया गया कि वे मंडी में आकर पहले की तरह ही किसानों की फसल की खरीद करे। मंडी के इस फैसले को राइस मिल मालिकों ने अपनी एक बैठक करके उसमें रखा और मानने से इंकार कर दिया। राइस मिल मालिकों ने अब अपनी नई शर्त रख दी, जिसके तहत मंडी में आने वाली किसानों की धान की फसल की सफाई बड़े बिजली के पंखे से की जाये और फसल की तुलाई त्रिपाई कांटे की बजाये फर्शी कांटे से कि जाये। जिस मंडी के आढ़तियों ने उनकी इस मांग को मानने से इंकार कर दिया। इस कारण से मंडी में आज भी धान की खरीद का कार्र्य शुरू नही हो सका।
पिछले तीन दिनों से धान की खरीद न होने के कारण परेशान होकर किसान मार्केट कमेटी में गये और कमेटी व सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। जिस पर कमेटी सचिव ने उनको बुला कर उनकी परेशानी जानी। किसानों ने उनको बताया कि जब प्रति वर्र्ष उनकी फसल पराटों से साफ हो रही है और तुलाई त्रिपाई कांटों से हो रही है, तो फिर अब यह नया कानून कैसे। लड़ाई राइस मिल मालिकों व आढ़तियों के बीच है। इन दोनों की लड़ाई में हमें पिसना पड़ रहा है। प्रदर्शन करने वाले किसानों में मान सिंह फर्श माजरा, जगदीप सीवन, गुलाल मांझला, दलवीर मांझला, मुछमार मांझला, नरेंद्र रसुलपुर, सुखिया मांझला, दयाल सिंह अरनोला, गुरनाम मांडी आदि अनेक किसान शामिल थे। सचिव ने किसानों की समस्या जान कर उनको जल्दी ही धान की खरीद करवाने का आस वासन दिया। उसके बाद सचिव ने राइस मिल व आढ़तियों की अलग- अलग बैठक ली।
बड़े पंखों से सफाई व फर्शी कांटे से तुलाई को नही मान रहे आढ़ती- मंडी प्रधान
इस बारे में जब मंडी प्रधान कृष्ण मितल से जाना गया तो उसने कमीशन के बारे में इंकार करते हुये कहा कि राइस मिल वाले बड़े पंखों से सफाई व फर्शी कांटे से तुलाई करवाने की मांग कर रहे है, जिसको कच्ची के आढ़ती नही मान रहे।
नमी के कारण ही सफाई बडें पंखे से व तुलाई फर्शी कांटे से हो- राइस मिल प्रधान।
इस बारे में राइस मिल मालिक मांगे राम ने बताया कि मंडी में आई धान गिली है। हमारी कोई हड़ताल नही है। गिली फसल को देखते हुये हम फसल को बड़े पंखे से सफाई के बाद फर्शी कांटे से तुलवान चाहते है।
धान की निलामी करवाई जायेगी- सचिव।
इस बारे में कमेटी सचिव नरेंद्र कुंडु ने बताया कि धान की बोली के प्रयास चल रहे है। बाली करवाई जायेगी। यदि राइस मिल वाले नही मानते तो पक्का आढ़ती के माध्यम से निलामी करवायेंगे। कल से धान हर हाल में बिकेगी।
फोटो- केटीएल01,02- मार्केट कमेटी कार्यालय में प्रदर्शन करते व सचिव के सामने अपनी समस्या रखते किसान।
केटीएल03- मंडी में बिना बिकी पड़ी किसानों की धान की फसल।